दोस्तों आज में आप को बताने वाला हूँ मछली पालन लोन योजना क्या है के बारे में मछली पालन योजना व्यवसाय द्वारा भारत में काफी लाभ कमाया जा सकता है | क्योंकि भारत में मछली खाना पसंद करते हैं |अंग्रेजी में फिश फार्मिंग कहते हैं | दूध घी की कमी के कारण हमारे भोजन में मछली की उपयोगिता बढ़ी है | आधुनिक शोधों से यह सिद्ध हुआ है | कि अन्य प्रकार के मांसाहारी भोजन में से मछली खाना दिल की बीमारी को काफी कम करता है | क्योंकि यह खून में कोलेस्ट्रोल की मात्रा को कम करती है | मछली में 14 से 25% तक प्रोटीन पाया जाता है | इसके अतिरिक्त कार्बोहाइड्रेट खनिज लवण कैल्शियम फास्फोरस लोहा आदि तत्व भी मछली में पाए जाते है इन्हीं सभी विशेषताओं के चलते हुए भारत में मछली पालन का व्यवसाय करके कोई भी नागरिक अच्छा लाभ प्राप्त कर सकता है |
मछली पालन लोन योजना क्या है (What is Fish Farming Loan Scheme?)
मछली पालन लोन योजना के बारे में जानकारी प्राप्त करने से पहले यह जानना बेहद जरूरी है | कि मछली पालन योजना क्या है | आप इसका लाभ किस प्रकार प्राप्त कर सकते हैं | आप पैसों की कमी के कारण चलते हुए अपना व्यवसाय शुरू नहीं कर पा रहे हैं | तो इसके लिए सरकार आपको मदद कर रही है | सरकार आप को लोन देकर आपको मछली पालन व्यवसाय शुरू करने में सहायता प्रदान करती है |
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मछली पालन लोन योजना पात्रता?(Fish Farming Loan Scheme Eligibility)
- इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए किसी विशेष शैक्षिक योग्यता की भी जरूरत नहीं है |
- मछली पालन लोन योजना के अंतर्गत मछली पालन स्वरोजगार शुरू करने के लिए आपको किसी विशेष पात्रता की आवश्यकता नहीं पड़ती है |
- मछली पालन व्यवसाय शुरू करने वाले व्यक्ति को मत्स्य विभाग द्वारा दिए जाने वाले मछली पालन
- प्रशिक्षण को प्राप्त करना करने की आवश्यकता होती है |
- किसी भी आयु वर्ग का व्यक्ति इस योजना का लाभ प्राप्त करके मछली पालन शुरू कर सकता है |
- जिसके लिए मत्स्य पालन विभाग द्वारा ₹100 प्रतिदिन के दर से प्रशिक्षण भत्ता प्रदान किया जाता है |
मछली पालन लोन योजना का उद्देश्य ?(Objective of Fisheries Loan Scheme)
- सरकार द्वारा Machli Palan Loan Yojana योजना शुरू करने का मुख्य उद्देश्य देश में बेरोजगारी को कम करना है |
- ऐसे बेरोजगार नागरिकों को प्रशिक्षण प्रदान करना है | जो Machli Palan Loan Yojana शुरू करना चाहते हैं |
- सरकार ऐसे नागरिकों को प्रशिक्षण देकर उनको ग्राम पंचायत से तालाब पट्टे पर दिला कर या उनकी अपनी बेकार पड़ी निजी भूमि पर तालाब बनवाकर Machli Palan Loan Yojana व्यवसाय को शुरू करने में मदद करती है |
- Machli Palan Loan Yojana व्यवसाय स्वरोजगार है | और लाभ कमाने का यह एक अच्छा व्यवसाय है |
मछली पालन में कितना खर्च आता है?(How much does fish farming cost?)
मछली पालन के लिए एक हेक्टेयर तालाब के निर्माण में करीब 5 लाख रुपए की लागत आती है। इसमें कुल राशि का 50 प्रतिशत केंद्र सरकार, 25 प्रतिशत राज्य सरकार अनुदान देती है। शेष 25 प्रतिशत मछली पालक को देना होता है|
Machli Palan Loan Yojana योजना का विवरण ?
ग्रामीण के तालाबों को पट्टे पर दिलवाकर मछली पालन करवाना
इस योजना के अंतर्गत गांव के किसानों को ग्रामीण तालाबों को ग्राम पंचायत से 5 वर्ष से लेकर 10 वर्ष तक के लिए पट्टे पर दिया जाता है | पट्टे पर मिले इन तालाबों में मछली पालन करवाया जाता है | Machli Palan Loan Yojana के अंतर्गत मछली पालन करने के लिए सरकार आर्थिक सहायता भी प्रदान करती है |
1 . तालाब सुधार हेतु सहायता ?(Assistance for pond improvement)
2 . खाद्य खुराक बीज आदि के लिए अनुदान ?(Grant for food supplements, seeds etc.)
मछली पालन लोन योजना के लिए जरूरी दस्तावेज ?(Documents required for fish farming loan scheme)
- प्रशिक्षण प्रमाणपत्र
- जिस भूमि पर तालाब बनना है | उसकी नकल जमाबंदी हक सिजरा
- प्रार्थी को शपथ पत्र देना होगा कि वह बेरोजगार है | और Machli Palan Loan Yojana के अतिरिक्त अन्य किसी अनुदान योजना का लाभ नहीं प्राप्त कर रहा है |
- मत्स्य पालक व मत्स्य किसान विकास एजेंसी के बीच इकरारनामा
- दो पासपोर्ट साइज की फोटो
मछली पालन के लिए कौन सी भूमि सबसे अच्छी है?(Which land is best for fish farming)
इसके लिए एक एकड़ तालाब में एक हजार किलोग्राम महुआ की खली डालने से दो-चार घंटों में मछलियाँ बेहोश होकर सतह पर आ जाती हैं। पानी में 200 किलोग्राम प्रति एकड़ ब्लीचिंग पाउडर के उपयोग से भी खाऊ मछलियों को मारा जा सकता है। पानी में इन जहरों का असर 10-15 दिनों तक रहता है।